भोजपुरी भासा के एगो छोट परिचय
भोजपुरी भासाई परिवार के स्तर प एगो इंडो-आर्य भासा हीयऽ जवन मूल रूप से भारत के बिचिला गंगा के मैदान के कुछ हिस्सन में आ नेपाल के तराई वाला कुछ हिस्सन में बोलल जाला। भारत में ई भासा मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में, बिहार । नेपाल के संबिधान एकरा ओहिजा के राष्ट्रभासा के दरजा दिहले बा । 5.1 करोड़ के भासी के संगे, भोजपुरी भारत के आठवा आ नेपाल ने तीसरका सभ से बेसि बोले जाए वला भासा ह, आ दुनिया के सभ से बेसि बोले जाए वला मातृभासा सभ मे 26वा स्थान प बा आ दुनिया के सभ से बेसि बोले जाए वला भासा सभ मे 33वा स्थान प बा ।
मूल क्षेत्र के अलावा भोजपुरी जाने-बुझे वाला लोगन के बिस्तार बिस्व के सगरी महादीप कुल पर बा । उत्तर परदेश मे सबसे जादा भोजपुरी बनारस, आजमगढ़, बलिया, जौनपुर आउर गोरखपुर मे बोलल जाला । जेन्ने-जेन्ने यूरोपियन कॉलोनी रहल अंग्रेज लोग उत्तरपरदेश आ बिहार से भारी संख्या में मजदूरी करे खातिर लोग के ले गइल जिनहन लोग के भासा भोजपुरी रहे । एसियाइ देशन में मउरीसस सूरिनाम, गुयाना, त्रिनिदाद आ टोबैगो, फिजी नीयन देश प्रमुख बाड़ें जहाँ भोजपुरी प्रमुख भासा के रूप में बोलल आ बुझल जाला, चाहे इहाँ भोजपुरी के मूल में अन्य भासा सभ के तत्व मिल के नाया भासा सभ के निर्माण भइल बा ।
भारत के जनगणना आंकड़ा 2011 के अनुसार भारत में लगभग 5.1 करोड़ भोजपुरी बोले वाला लोग बा । मय बिस्व में भोजपुरी जाने वाला लोगन के संख्या लगभग 7 करोड़ से जादे बा । द टाइम्स ऑफ इंडिया के एगो लेखा में कहल गइल बा कि मय विश्व में भोजपुरी बोले वला 16 करोड़ लोग बाड़ान जे में से 8 करोड़ बिहार आउर 7 करोड़ उत्तर परदेश में रहे लें बाकी 1 करोड़ लोग बचल बिश्व् में रहे लें, उत्तर अमेरिका के भोजपुरी संगठन के भी कहनाम बा कि बिस्व में 18 करोड़ लोग भोजपुरी बोले लें । जनगणना आ हई बात में अंतर एह चलते हो सकेला की ढ़ेर लोग जनगणना में भोजपुरी के आपन माईभासा ना लिखवावस ।